जानिए टीवी कैसे फैलता है⇒कैस बचाव करे टीवी होने के किन किन रोगों को वढाता है क्या ध्यान रखें⇒ इस टीवी रोग को जड से खत्म किया जा सकता है ⇒ केवल रोगी और उसके अभिभावकों को चिकित्सकों की सलाह को इमानदारी से मानना और निभाना होगा

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⇒⇒मेडिकल थ्योरी (आधुनिक चिकित्सा विज्ञान) के अनुसार, “टीवी” यानी ट्यूबरकुलोसिस (Tuberculosis) एक संक्रामक बैक्टीरियल बीमारी है जो Mycobacterium tuberculosis नामक जीवाणु (bacteria) के कारण होती है।
इंडिया दर्पण न्यूज़,संपादक राम प्रकाश वत्स
टीवी (Tuberculosis) क्या है?
यह रोग सबसे अधिक फेफड़ों (lungs) को प्रभावित करता है, लेकिन शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है जैसे हड्डियाँ, मस्तिष्क, गुर्दे, आदि।
यह रोग मुख्य रूप से हवा के जरिए फैलता है, जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता, छींकता या थूकता है।
टीवी के प्रकार:
1. पल्मोनरी टीवी (Pulmonary TB): फेफड़ों को प्रभावित करता है।
2. एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीवी (Extrapulmonary TB): फेफड़ों के बाहर जैसे लिम्फ नोड्स, हड्डी, ब्रेन (मेनिनजाइटिस), आदि में होता है।
लक्षण:
लगातार 2 सप्ताह या उससे ज्यादा खांसी
बलगम में खून आना
वजन कम होना
भूख में कमी
बुखार और रात को पसीना आना
थकावट महसूस होना
निदान (Diagnosis):
बलगम की जांच (sputum test for AFB)
चेस्ट X-ray
TB-PCR या CBNAAT टेस्ट
Mantoux टेस्ट (त्वचा पर किया जाने वाला टेस्ट)
इलाज:
टीवी का इलाज पूरी तरह संभव है, लेकिन इसे लंबे समय तक और नियमित रूप से दवा लेकर किया जाता है।
आमतौर पर 6 महीने तक DOTS (Directly Observed Treatment, Short-course) नामक योजना के तहत दवाइयाँ दी जाती हैं।
अगर तुम चाहो तो मैं होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक, या यूनानी दृष्टिकोण से भी टीवी के बारे में बता सकता हूँ।
टीवी (Tuberculosis) क्या है?
यह रोग सबसे अधिक फेफड़ों (lungs) को प्रभावित करता है, लेकिन शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है जैसे हड्डियाँ, मस्तिष्क, गुर्दे, आदि।
यह रोग मुख्य रूप से हवा के जरिए फैलता है, जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता, छींकता या थूकता है।
टीवी के प्रकार:
1. पल्मोनरी टीवी (Pulmonary TB): फेफड़ों को प्रभावित करता है।
2. एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीवी (Extrapulmonary TB): फेफड़ों के बाहर जैसे लिम्फ नोड्स, हड्डी, ब्रेन (मेनिनजाइटिस), आदि में होता है।
लक्षण:
लगातार 2 सप्ताह या उससे ज्यादा खांसी
बलगम में खून आना
वजन कम होना
भूख में कमी
बुखार और रात को पसीना आना
थकावट महसूस होना
निदान (Diagnosis):
बलगम की जांच (sputum test for AFB)
चेस्ट X-ray
TB-PCR या CBNAAT टेस्ट
Mantoux टेस्ट (त्वचा पर किया जाने वाला टेस्ट)
इलाज:
टीवी का इलाज पूरी तरह संभव है, लेकिन इसे लंबे समय तक और नियमित रूप से दवा लेकर किया जाता है।
आमतौर पर 6 महीने तक DOTS (Directly Observed Treatment, Short-course) नामक योजना के तहत दवाइयाँ दी जाती हैं
⇒ (Tuberculosis) के साथ कुछ ऐसे रोग और स्थितियाँ होती हैं जो इसके फैलाव या गंभीरता को बढ़ावा देती हैं, क्योंकि ये शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) को कमजोर करती हैं। इसके अलावा कुछ बीमारियाँ ऐसी होती हैं जो टीवी के साथ संक्रमण की संभावना को बढ़ा देती हैं।
टीवी के साथ जिन रोगों को फैलने में सहायकता मिलती है:
1. HIV/AIDS
HIV शरीर की इम्यूनिटी को बहुत कमजोर कर देता है।
TV और HIV एक-दूसरे को बढ़ावा देते हैं।
HIV संक्रमित व्यक्ति में TV बहुत तेज़ी से सक्रिय और फैल सकता है।
यह सबसे प्रमुख सह-संक्रमण (co-infection) माना जाता है।
2. डायबिटीज़ (मधुमेह)
डायबिटीज़ से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है।
टीवी के इलाज में भी दिक्कत आती है क्योंकि दवाओं का असर धीमा हो सकता है।
3. कुपोषण (Malnutrition)
शरीर में पोषण की कमी हो तो बैक्टीरिया से लड़ने की ताकत नहीं होती।
कुपोषण खुद भी रोग बढ़ाता है और टीवी को गंभीर बनाता है।
4. कैंसर / कीमोथेरेपी
कैंसर और उसकी दवाएं (जैसे कीमोथेरेपी) इम्यून सिस्टम को दबा देती हैं।
इससे TV का इंफेक्शन आसानी से सक्रिय हो सकता है।
5. धूम्रपान और शराब का सेवन
फेफड़ों की कार्यक्षमता घटती है और इम्यूनिटी भी।
ऐसे लोगों में TV तेजी से फैल सकता है।
6. क्रॉनिक किडनी डिज़ीज़ / डायलिसिस पर मरीज
लंबे समय से गुर्दे की बीमारी या डायलिसिस कराने वाले मरीजों में टीवी होने का जोखिम ज़्यादा होता है।
7. लिवर डिज़ीज़
लीवर की बीमारी टीवी दवाओं की प्रक्रिया (metabolism) को प्रभावित कर सकती है।
इससे दवा का असर कम या साइड इफेक्ट ज़्यादा हो सकता है।
ध्यान दें⇒
टीवी एक ऐसा रोग है जिसे कमजोर इम्यून सिस्टम का फायदा मिलता है। इसलिए जो भी बीमारियाँ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करती हैं, वे टीवी के फैलाव और सक्रिय होने में सहायक बन जाती हैं।

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