समेकित शिक्षा के अन्तर्गत दिव्यांग बच्चों की तहसील स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता आयोजित की गई।
😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|
समेकित शिक्षा के अन्तर्गत दिव्यांग बच्चों की तहसील स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता आयोजित की गई।
IDN.U.P.State Chief Bureau,Anuj Kumar Jain
महमूदाबाद सीतापुर/01/12/2024, दिव्यांग बच्चों को लेकर केन्द्र से लेकर उत्तर प्रदेश की सरकार के द्वारा गाइडलाइन्स जारी कर ऐसे बच्चों के हर संभव उत्थान के लिए विद्यालयों में समय समय पर कार्यक्रम के माध्यम से जानकारी देते हुए काफी सहयोग कर रही हैं, आपको बताते चलें कि इसी क्रम में जनपद सीतापुर की ब्लाक संसाधन केन्द्र विकास क्षेत्र महमूदाबाद में भी
दिनांक 30 नवम्बर 2024 दिन शनिवार, स्थान ब्लाक संसाधन केन्द्र महमूदाबाद के प्रागंण में दिव्यांग बच्चों के उत्थान एवं उनके समग्र विकास व स्वस्थ रहने तथा उनके विवेक को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किये गये, इस कार्यक्रम का शुभारंभ खण्ड शिक्षाधिकारी महमूदाबाद सीमा चौहान के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर एवं माँ सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया, आपको बताते चलें कि इस कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों के द्वारा केला दौड़, जलेबी दौड़, तसले में रखी सब्जियों की पहचान जैसे कई प्रोग्राम किये गये।इन सभी कार्यक्रमों में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाले बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया ।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिव्यांग बच्चों को दिये गये पुरस्कार क्या मानक से हैं और सूत्रों से दूसरी जानकारी यह भी मिली है कि लेंच पैकेट में भी गड़बड़ी की गई है।सरकार से मिली धनराशि की खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, इससे यह लगता है कि कहीं न कहीं सरकार के द्वारा दी जा रही सहयोग धनराशि को भी विभाग के कुछ चुनिंदाओं के द्वारा नाजायज तरीके से हड़पने का कार्य कहीं न कहीं किया जा रहा है।आपको अवगत कराते चलें कि 1984 में भारत देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गाँधी ने अपने एक भाषण में कहा था, कि मैं यहाँ से 100 रूपये भेजता हूँ, तो यथा स्थान तक मात्र 10 रूपये ही पहुँचते हैं, बाकी 90 रूपये कहाँ चले जाते हैं, इसकी जानकारी मुझे भी नहीं होती है, तब देश में कांग्रेस की सरकार थी, मगर आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, और इस सरकार में भृष्टाचार करने वालों की कहीं पर भी किसी भी प्रकार की कोई जगह नहीं है।मगर अफसोस फिर भी सरकारी धन की धज्जियां आज भी उड़ाई जा रही हैं सूत्रों की मानें तो सरकार की तरफ से मिलने वाली धनराशि के मुताबिक कार्यक्रम नहीं किये जाते?क्या बाबा की सरकार में दिव्यांग बच्चों व बीआरसी महमूदाबाद के प्रांगण हो या फिर कोई लान, होने वाले सभी कार्यक्रमों में खर्च की गई सरकारी धनराशि की जांच नहीं होगी?क्या बाबा की राज में ऐसे ही भृष्टाचार होता रहेगा?क्या बाबा की राज में ऐसे भृष्टाचारियों के खिलाफ जांच कर दोषी पाये जाने वाले महानुभावों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही नहीं होगी?कहीं ऐसा तो नहीं बाबा की राज में ऐसे भृष्टाचारियों के हाथ काफी मजबूत तो नहीं?यह दिव्यांग बच्चों के कार्यक्रम को सफल बनाने में
प्रमोद कुमार गुप्ता जिला समन्वयक, सीमा चौहान खण्ड शिक्षाधिकारी महमूदाबाद, अखिलेश प्रताप सिंह जिला बेसिक शिक्षाधिकारी जनपद सीतापुर,आप लोगों का काफी सहयोग रहा।अगर उपरोक्त सभी तत्थयों की विधि व्यवस्था के तहत उत्तर प्रदेश के किसी ईमानदार आफीसर से गुप्त जांच करवा ली जाये तो शायद इस विभाग के द्वारा किये जा रहे भृष्टाचार की पर्त दर पर्त खुल जाये और दोषियों की जानकारी समाज में ओपेन हो जाये।अब देखना यह है कि उत्तर प्रदेश की बाबा की सरकार में इस भृष्टाचार के बारे में कितने पर्सेंट जांच होती है।या फिर लीपापोती कर दरवाजे पर भृष्टाचार का ताला लगा दिया जायेगा।
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space