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पौंग झील किनारे खाली पड़ी वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर प्रतिबंध के बावजूद साधन संपन्न लोगों द्वारा हल चलाना शुरू कर दिया है

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⇒ सरकार,वन्य प्राणी विभाग सहित प्रशासन ने खामोशी साध रखी है। झील किनारे खेती को लेकर क्षेत्र की पंचायतों के लोगों में भारी रोष है। खतरनाक ढंग जमा हो रही है पौंग झील में गाद अगर यही क्रम रहा जल्दी खो देगा पौंग बांध अपना बाजूद

⇒ अगर सरकार व विभाग इतनी दयावन है तो आई आर डी पी या उन लोगों को पौंग बांध के किनारे खेती करने की अनुमति दे जिन्हें नाममात्र कलेम मिला है। खेती तो धनवान लोग कर रहे हैं। 

 IDN Chief Editor Ram Prakash Vats

इस क्या कहते हैं ⇒है सरकार और विभाग के पास जबाब

पौंग बांध के सीने को छलनी करते लोग

इंडिया दर्पण न्यूज़,कांगड़ा/30/10/2024:- पौंग झील किनारे खाली पड़ी वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर प्रतिबंध के बावजूद साधन संपन्न लोगों द्वारा हल चलाना शुरू कर दिया है जबकि वन्य प्राणी विभाग सहित प्रशासन ने खामोशी साध रखी है। झील किनारे खेती को लेकर क्षेत्र की पंचायतों के लोगों में भारी रोष है। लोगों ने कहा कि यह सब राजनेता के इशारे पर किया जा रहा है जिसको सहन नहीं किया जाएगा। लोगों ने कहा कि हमने पहले ही राजनेता को इस मसले पर राजनीति न करने बारे कहा था और अगर इसी तरह राजनीति की गई तो घेराव किया जाएगा। लोगों ने कहा कि अगर जमीन का क्लेम हो चुका है तो फिर साधन संपन्न लोग खेती किस हक से कर रहे हैं।

जब सैंया भय कोतवाल तो डर कहे का

वन्य प्राणी विभाग क्यों ख़ामोश है। साधन संपन्न परिवारों में किसी भी कार्रवाई का कोई डर नहीं है। वन्य प्राणी विभाग खानापूर्ति के लिए नाममात्र चालान करके चला जाता है जबकि ट्रैक्टर चालकों के खिलाफ केस दर्ज करने व ट्रैक्टरों को जब्त करने की जहमत नहीं उठाई जाती है। लोगों ने कहा कि नाममात्र परिवार ही झील किनारे खेती करते हैं जबकि ज्यादातर पंचायतों के लोग खेती बन्द करवाने के हक में हैं। लोगों ने कहा कि खेती न होने से बेसहारा पशु झील किनारे घास चरते हैं और झील में पानी पीकर वहीं रहते हैं जिससे किसानों की मलकीयती जमीनों पर बीजी गई खेती बच जाती है। झील किनारे खेती करने वाले लोग झील की तरफ जाने वाले रास्तों को बन्द कर देते हैं जिस कारण अपना पेट भरने के लिए बेसहारा पशु लोगों की फसलों को नष्ट करते हैं। अगर वन्य प्राणी विभाग ने खेती करवाना बन्द न किया तो विभाग के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। लोगों ने चेताया है कि ट्रैक्टरों का चालान करने के साथ-साथ ट्रैक्टरों को जब्त भी किया जाए।

क्या कहते हैं आरओ कमल किशोर….

इस बारे में आरओ नगरोटा सूरियां कमल किशोर ने कहा कि झील किनारे खेती करना प्रतिबंधित है तथा किसी को भी खेती नहीं करने दी जाएगी। अगर कोई हल चलाता पाया गया तो ट्रेक्टर चालक के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।

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