कांपते हाथों और बहते आंसुओं के साथ भाई को अंतिम विदाई देते हुए उसकी आंखों में सिर्फ दर्द था। इस भावुक दृश्य को देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। गांव के बुजुर्गों ने कहा, “भगवान किसी माता-पिता को ऐसा दिन न दिखाए।

मृतक की फाईल फोटो
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छोटी बहन ने दी इकलौते भाई को मुखाग्नि, गमगीन माहौल में अंतिम विदाई
परिवार के इकलौते चिराग की असमय मौत, माता-पिता पर टूटा दुखों का पहाड़
संपादक राम प्रकाश वत्स
जवाली, 04/04/2025 शुक्रवार: माता-पिता के इकलौते बेटे की असमय मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। गमगीन माहौल में जब छोटी बहन आकांक्षा ने अपने भाई को मुखाग्नि दी, तो वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं। मृतक आकाश चौधरी मत्स्य विभाग देहरा में कार्यरत था। रोज शाम को अपने मामा के घर हरिपुर जाता था। देर रात ड्यूटी के बात मृतक आकाश चौधरी रोजाना की तरह अपने मामा के घर जा रहा था। लेकिन होनी कुछ ओर ही थी।
रात के अंधेरे में छिन गया परिवार का सहारा
बीती रात करीब 12:30 बजे आकाश अपनी बाइक पर देहरा से हरिपुर की ओर आ रहा था। विद्युत विभाग कार्यालय के पास अचानक उसकी बाइक सड़क पर गिर गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। नाक और कान से खून बहने लगा। इसी दौरान नगरोटा सूरियां की ओर से आ रहे कुछ लोगों ने सड़क पर पड़े युवक को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल आकाश को इलाज के लिए सीएचसी हरिपुर पहुंचाया, लेकिन हालत नाजुक होने के कारण उसे टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
रहस्यमयी बनी मौत, हादसा या कुछ और?
पुलिस जांच में सामने आया कि दुर्घटनास्थल पर कुछ आवारा पशु भी थे, जिससे आशंका जताई जा रही है कि उनकी वजह से आकाश की बाइक फिसल गई होगी। लेकिन मौके पर बाइक पूरी तरह ठीक मिली और शरीर पर भी एक्सीडेंट से जुड़ी गंभीर चोटों के निशान नहीं थे। डॉक्टरों का कहना है कि यह किसी आंतरिक कारण से भी हो सकता है।
गांव में पसरा मातम, अधूरी रह गईं सपनों की उड़ान
आकाश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और मत्स्य विभाग में कार्यरत था। माता-पिता उसकी शादी की तैयारियों के बारे में सोच रहे थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। बेटे की अचानक मौत ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया।
जब बहन ने दी मुखाग्नि, कांप गए सभी के दिल
पोस्टमार्टम के बाद जब आकाश का शव घर पहुंचा, तो पूरे गांव में मातम छा गया। मां बेसुध होकर बार-बार बेटे को पुकार रही थी, पिता की आंखें आंसुओं से भरी थीं, लेकिन सबसे हृदयविदारक क्षण वह था जब उसकी छोटी बहन आकांक्षा ने अपने इकलौते भाई को मुखाग्नि दी। कांपते हाथों और बहते आंसुओं के साथ भाई को अंतिम विदाई देते हुए उसकी आंखों में सिर्फ दर्द था। इस भावुक दृश्य को देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। गांव के बुजुर्गों ने कहा, “भगवान किसी माता-पिता को ऐसा दिन न दिखाए
पुलिस कर रही जांच…
एसपी देहरा मयंक चौधरी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।

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