कैमरे की नजर से भागवत कथा मन्दिर शिब्बो थान भरमाड
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कभी ना करें जीवन में ज्ञानी सन्त का अपमान : आदेश पुरी
इंडिया दर्पण न्यूज़ संपादक राम प्रकाश
भरमाड शिब्बो थान 13 दिसम्बर 2024:मन्दिर शिब्बो थान भरमाड में भागवत कथा के दूसरे दिन भागवत् कथा की अमृत वर्षा करते हुए स्वामी आदेश पुरी जी ने कहा कि राजा परीक्षित जब जरासंध का स्वर्ण मुकट पहनकर जंगल में शिकार खेलने गया तो पूरा दिन कोई शिकार नहीं मिला l भूख प्यास से व्याकुल होकर राजा शमीक ऋषि के आश्रम पहुंचा वहाँ सन्त ध्यान मग्न थे l आक्रोश में आकर राजा ने सन्त के गले में मरा हुआ सांप डाल दिया l वहीं ऋषि के बालक श्रंगी ने देखा कि राजा ने मेरे पिता श्री का अपमान किया है l फ्लस्वरूप बालक ने राजा को शाप दे दिया कि आज के सातवें दिन यही सांप तेरे को काटेगा और तेरी अकाल मृत्यु होगी l उक्त विचार गद्दी सिद्ध बाबा शिब्बोथान भरमाड़ में चल रही श्रीमद भागवत कथा में आचार्य स्वामी आदेश पुरी जी ने व्यक्त किए l उन्होंने कहा कि कभी भी जीवन में किसी ज्ञानी सन्त का अपमान नहीं करना चाहिए इससे कुल का विनाश और समाज में निन्दा होती है l फिर नारद जी के आग्रह पर मुनि शुकदेव जी ने श्रीमद भागवत का अमृत ज्ञान पिलाकर राजा को अधोगति से बचाया l वर्तमान में जो विधर्मी लोग सनातन धर्म के संतों की घोर निन्दा कर रहे हैं उनकी गति तो किसी भी युग में नहीं होगी चाहे वह कितना ही पुरषार्थ का अडंबर क्यों न कर लें l उन्होंने कहा ज्ञानी संतों की कोई जाति नहीं होती वह तो पूरे मानव समाज का दर्पण होते हैं कोई भी व्यक्ति उसमें अपना चेहरा देख सकता है l इस अवसर पर आयोजकों की ओर से विशाल भंडारा भी किया गया l
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