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हिमाचल प्रदेश में गरीबों को मिलने वाला सस्ता राशन गायब, एक करोड़ रुपये बताई जा रही कीमत! विजिलेंस जांच में स्टोर इंचार्ज आरोपी-राशन किसको बेचा गया इसकी जांच की जा रही है……

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*हिमाचल प्रदेश में गरीबों को मिलने वाला सस्ता राशन गायब, एक करोड़ रुपये बताई जा रही कीमत! विजिलेंस जांच में स्टोर इंचार्ज आरोपी…*

*राशन किसको बेचा गया इसकी जांच की जा रही है…

IDN H.P.State Chief Bureau,Vijay Samyal 

 DehraGopiPur(Kangra)14/11/2024:हिमाचल प्रदेश के देहरा में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के एक खाद्य गोदाम से करीब 1500 क्विंटल राशन गायब हो गया है। इस राशन की कीमत लगभग एक करोड़ रुपये बताई जा रही है। स्टेट विजीलैंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो नोर्थ रेंज धर्मशाला ने हिमाचल प्रदेश राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम कांगड़ा के देहरा स्टोर से करीब एक करोड़ का 1500 क्विंटल राशन गायब करने वाले स्टोर इंचार्ज पर मामला दर्ज किया है। विजीलैंस जांच में सिविल सप्लाई के स्टोर इंचार्ज संजीव कुमार का बड़ा गड़बड़झाला पाया गया है। जिसके चलते उक्त आरोपी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं 409, 420, 465, 468, 471 और सैक्शन 3 व 7 के आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत विजीलैंस थाना धर्मशाला में मामला दर्ज किया है। इसके चलते अब हर पहलू की कड़ी छानबीन होगी। सिविल सप्लाई के इंचार्ज ने डिपुओं के माध्यम से देहरा के विभिन्न क्षेत्रों में भेजे जाने वाली सस्ते सबसिडी मूल्य वाले राशन की सप्लाई को गायब करने के कारनामे को अंजाम दिया था। इस संबंध में विजीलैंस थाना नोर्थ जोन धर्मशाला के एसपी बलबीर सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आरोप सही पाए गए हैं, जिसके आधार पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर अब जांच तेज कर दी गई है।

दरअसल सरकारी डिपुओं में मिलने वाले सस्ते राशन पर केन्द्र सरकार सब्सिडी देती है। जैसे ही विभाग ने सब्सिडी के लिए अपलाई किया तो 8 करोड़ रुपए का अंतर पाया गया। यह अंतर अमूमन 3 से 4 करोड़ रुपए तक हर साल होता है जो राशन डिपुओं में अभी तक बिका नहीं होता है। जब यह अंतर 8 करोड़ रुपए का हुआ तो हिमाचल प्रदेश राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम ने इसकी विभागीय जांच शुरू की। जिसमें प्रदेश भर में अलग अलग जगह छोटे मोटे मामले सामने आए उन्हें जुर्माना लगाया गया। जबकि देहरा में बड़ा मामला था। जिसकी विभागीय जांच के बाद आरोपी को सस्पेंड कर लगभग 72 लाख रुपए जमा करने के आदेश हुए। जिसमें हिमाचल प्रदेश राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम ने कुछ राशि वसूल भी कर ली है। लेकिन अब मामला स्टेट विजिलेंस के पास पहुंच गया है। जिसमें यह पहला मामला दर्ज किया गया है। इस राशन की खरीद में जो लोग शामिल हैं उनपर भी गाज गिरना लाजमी है।

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के देहरा गोदाम से स्टोर इंचार्ज संजीव कुमार ने 1500 क्विंटल राशन जिसका बाजार मूल्य करीब एक करोड़ के आसपास है, को गायब कर दिया था। इसमें डिपुओं को राशन भेजा तो गोदाम में राशन भेजने की एंट्री रजिस्टर पर दर्ज थी, पर्चियां काटी गई थीं। जबकि इस राशन की क्षेत्र की उचित मूल्य की दुकानों में कोई एंट्री ही नहीं थी। सूबे में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत डिपुओं से मिलने वाले राशन में गड़बड़झाला सामने आया था। मामले का पता चलते ही विभाग ने जांच बैठा दी थी, जिसमें आरोपी की संलिप्तता पाए जाने पर संस्पैंड भी कर दिया गया था। गायब किए गए राशन में प्रतिमाह उचित मूल्य की दुकानों से मिलने वाली दालें, आटा, गंदम, चावल व चीनी सहित अन्य राशन उपलब्ध करवाया जाता है। उक्त राशन को ही स्टोर इंचार्ज ने गायब कर दिया था।

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