हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन ने सुक्खू सरकार के खिलाफ त्यार की रणनीति
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हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन ने सुक्खू सरकार के खिलाफ त्यार की रणनीति
India Darpan News Chief Editor Ram Prakash Vats
ज्वाली,03/09/2024 मंगलवर: ज्वाली के एक निजी नामी गिरामी होटल के बड़े हाल में हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड वेलफेयर एसोसिएशन के लगभग 100 लोगों ने एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया । यह बैठक डी०एस० ढटवालिया प्रदेश वरिष्ठ उपप्रधान की अध्यक्षता में हुई जिसमें प्रदीप धीमान प्रदेश उपप्रधान, बी०सी० वरवाल प्रधान धर्मशाला, के०के० कपिल प्रधान हमीरपुर विशेष तौर पर उपस्थित रहे ।
डी०एस० ढटवालिया ने सुक्खू सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सुक्खू महोदय सुबह कुछ बोलते है और शाम होते होते उनकी स्टेटमेंट भी बदल जाती है । सुक्खू महोदय इस तरह की ड्रामा बाजी छोड़कर हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन के साथ एक टेबल पर समझौता करने के लिए हाथ बढ़ाए अन्यथा परिणाम कुछ और ही निकलेंगे ।
प्रदेश के वरिष्ठ उपप्रधान डी०एस० ढटवालिया ने कहा कि पेंशनरों के रिवाइज पे स्केल की फिक्सेशन 2022 के ऑर्डर के हिसाब से होनी थी जोकि अभी तक नही हुई । उसे तुरंत बहाल किया जाए । दूसरा हमारे पे स्केल और पेंशनरों के एरियर अभी तक सरकार ने बिजली बोर्ड में नहीं डाले है । इस पर समस्त कर्मचारी वर्ग क्रोधित है ।
डी०एस० ढटवालिया ने कहा अभी भी सरकार के पास वक्त है कि बिजली बोर्ड को लेकर संघ के साथ एक टेबल पर बैठ के पेंशनरों की समस्या का समाधान करें । नहीं तो परिणाम भुगतने को सरकार तैयार रहे ।जब संघ की सब्र का भांडा फूटा तो प्रलय निश्चित है ।
उन्होंने यहां तक कह दिया है कि सुक्खू ने चुनावों के दौरान ओ पीएस का रोना रोया था और सत्ता हासिल करने में कामयाब हुआ । सरकार ने हिमाचल प्रदेश के 1 लाख 30हजार कर्मचारियों की ओ पी एस बहाल कर दी और बिजली बोर्ड के 6000 करचारियो के साथ सौतेला व्यवहार क्यों ? कभी मुख्यमंत्री कहते है की प्रदेश आर्थिक मंदी से गुजर रहा है । तो अपने और अपने मंत्रियों के एशोआराम व भत्तों का त्याग क्यों नहीं करते । कभी कहते है कि प्रदेश में कोई आर्थिक मंदी नहीं है अगर वास्तविक में ऐसा है तो बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को समय पर सैलरी क्यों नहीं देते ।यह क्या ड्रामा है ।
डी०एस० ढटवालिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि फिलहाल संघ को विश्वास है कि सरकार संघ के साथ पेंशनरों को आ रही समस्याओं को हल करने के लिए आगे आयेगी । अगर नहीं आई तो मजबूरन संघ को कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा ।
इस मौके पर एसके चढ्ढा, सतीश धीमान, एस एन सन्याल, बलवान ठाकुर, अनिल गौतम, आर एस ठाकुर, आर एस जरियाल, अशोक शर्मा, ए०के० कतना, के०के० सेखड़ी, भूपिंदर कटोच, टी०आर०चौधरी इत्यादि मौजूद रहे।
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